स्वामी सहजानंद सरस्वती गरीबों, मजलूमों की आवाज थे-राकेश सिंह
मऊ । महान स्वाधीनता सेनानी स्वामी सहजानंद सरस्वती गरीबों, मजलूमों और किसानों की एक बहुत बड़ी आवाज थे। आजादी के आंदोलन में नेताजी सुभाषचंद्र बोष के साथ मिलकर देश के स्वाधीनता के लिए अंग्रेजों के विरूद्ध संघर्ष का बिगुल फूंक दिया था। महान किसान नेता के रूप में यह राष्ट्र में सदैव उन्हें याद करता रहेगा। उक्त बातें मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश सिंह ने युग पुरुष स्वाधीनता सेनानी और अखिल भारतीय किसान सभा के संस्थापक अध्यक्ष डंडी स्वामी सहजानंद सरस्वती की 132 वीं जयंती समारोह के अवसर पर स्वामी सहजानंद जनमंच के तत्वाधान में अस्तुपुरा में कही। इस अवसर पर अवधेश राय, विद्यापति राय, अभय राय, श्रीभगवान राय, सुधीर राय, रमेश दूबे, मनीष भारती, माखन लाल प्रजापति, अभिनव राय, प्रदीप राय, मनीष यादव, सफीउल्लाह, अभिषेक राय इत्यादि नें जयंती समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीभगवान राय व संचालन समीर राय ने किया।