जंगल, जमीन, जानवर, जन को बचाने के लिए प्लास्टिक से मुक्ति जरूरी
आजमगढ़ । पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्ष का होना आवश्यक है, जंगल, जमीन, जानवर, जन को बचाने के लिए प्लास्टिक से मुक्ति जरूरी है। पंजाब व हरियाणा में पराली तो दिल्ली में कूड़ा जलाने से निकलने वाले धुएं पर्यावरण को प्रभावित करते हैं।
यह बातें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तथा सेवा भारती के तत्वावधान में नेहरू हाल में गुरुवार को आयोजित पर्यावरण संरक्षण गोष्ठी में अखिल भारतीय पर्यावरण के सह संयोजक मुख्य वक्ता डा. राकेश जैन ने कही।
उन्होंने कहा कि वर्षा के जल को जमीन के अंदर पहुंचाने के लिए प्रबंध करने की जरूरत है। केरल प्रांत में पेड़ के काटे जाने के कारण वर्षों से मिट्टी का भयंकर कटाव हुआ। बड़े-बड़े महानगरों के नाले में प्लास्टिक के बोतल, झिल्ली आदि के जमा होने के कारण नाले का निकास बंद हो जा रहा है। पाली का समुचित बहाव न होने से पानी का इधर-उधर बहाव हो रहा है। कहा कि पेड़ के द्वारा हम सभी को सब कुछ प्राप्त होता है। बच्चों को खेलने के लिए लकड़ी की गाड़ी देकर चलना सिखाया जाता है तो अंतिम संस्कार के लिए भी लकड़ी की आवश्यकता होती है। इसलिए पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्ष आवश्यक है। इसलिए हम सभी को पौधारोपण करना चाहिए। गुरु गोविद सिंह की जयंती पर पंजाब में घोषणा हुई कि जो सबसे अधिक पौध लगाएगा उसे पुस्कृत किया जाएगा। जल संरक्षण पर चर्चा करते हुए डा. जैन ने कहा कि पानी को कोई बना नहीं सकता, बचा सकता है।
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