दिल्ली में कोरोना ने तोड़े सारे रिकार्ड, चरमाई अस्पतालों की व्यवस्थाएं
दिल्ली। राजधानी दिल्ली एक बार फिर कोरोना महामारी की चपेट में आ गई है और हर दिन कोरोना के मामले नया रिकॉर्ड बन रहा है बीते दिन दिल्ली में 11491 कोरोना के केस दर्ज किए गए, जबकि 72 लोगों की मौत हुई है. दिल्ली में लगातार बढ़ते कोरोना के केस के बीच सरकार सख्त फैसले उठा रही है, तो वहीं अस्पतालों में व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। राजधानी दिल्ली में कोरोना के 13468 नए मामले सामने आए हैं. वहीं पिछले 24 घंटे में कोरोना के चलते 81 लोगों की मौत हुई है. सूबे में एक्टिव केस की संख्या 43510 हो गई है. इसके साथ ही राजधानी में संक्रमण दर 13 प्रतिशत के पार पहुंच गया है। दिल्ली में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है कि दिल्ली सरकार के दफ्तरों, ऑटोनोमस बॉडी, पीएसयू, कॉर्पोरेशन, लोकल बॉडीज में इन-पर्सन मीटिंग यानी व्यक्तिगत मीटिंग नहीं होगी. केवल कोरोना से जुड़ी बैठक, कोर्ट मामले और किसी बहुत अहम मामले में मीटिंग की इजाजत होगी।
दिल्ली में कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ते मामलों के बीच 6 सरकारी और 51 प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीज के लिए वेंटिलेटर की संख्या शून्य हो गयी है. यानी इन 5 बड़े सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीज के लिए एक भी वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं हैं. वहीं, 66 अस्पतालों एक भी आईसीयू बेड्स भी उपलब्ध नहीं हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बहुत जरूरी हो, तभी घर से बाहर निकलें. हर नियम का पालन करते हुए ही घर से बाहर निकलें. मौजूदा हालात को देखते हुए तुरंत सीबीएससी के पेपर्स रद्द किए जाने चाहिए. केजरीवाल बोले कि मौजूदा हालात को देखते हुए यही बेहतर फैसला है। अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में अस्पतालों के साथ अब बैंकट हॉल को अटैच किया जा रहा है, ताकि अस्पतालों से कम खतरे वाले मरीजों को बैंकट हॉल में ले जाया जा सके। दिल्ली के अस्पतालों में जो सर्जरी वेटिंग में हैं, उन्हें अभी रोका जा रहा है सिर्फ इमरजेंसी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि दिल्ली में अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं, अभी हर राज्य के मरीज के लिए अस्पतालों को खोला गया है. मंत्री बोले कि दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी नहीं है, अधिकतर अस्पतालों को बैंकट हॉल के साथ जोड़ा जा रहा है. मंत्री ने कहा कि दिल्ली में वैक्सीनेशन तेजी से हो रहा है, अगले पांच दिन का स्टॉक हमारे पास है। हमने केंद्र से अपील की है कि दिल्ली में स्थित केंद्र के अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाई जाए। शास्त्री पार्क, सीलमपुर, कश्मीरी गेट, नई दिल्ली, चांदनी चैक मेट्रो स्टेशन पर एंट्री फिर से शुरू कर दी गई है। दिल्ली में बढ़ती कोरोना की ने इस बार चली सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बीते दिन दर्ज किए गए 11491 मामले अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है वहीं, 72 लोगों की मौत भी हुई है जो 5 दिसंबर के बाद सबसे ज्यादा संख्या है।
दिल्ली में कोरोना की इस मार के बीच सीरो सर्वे भी चल रहा है, ताकि दिल्ली में कोरोना के प्रसार को जांचा जा सके. इस दौरान दिल्ली में कुल 28 हजार सैंपल लिए जाएंगे। ये अभी तक का छठा सीरो सर्वे है. बढ़ती समस्याओं के बीच दिल्ली सरकार लगातार फैसले ले रही है। सरकार की ओर से एक 24’7 वाली मॉनिटर सेल बनाई जा रही है, ताकि कोरोना मरीजों के हालात पर नजर बनी रहे. ये सेल कोरोना मरीजों के परिवारों को मदद करेगी, ऑक्सीजन-ऑक्सीमीटर समेत अन्य जरूरतों के बारे में जानकारी देगी. राजधानी के अस्पतालों में बेड्स नहीं21वीं सदी का भारत सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहा है और देश की राजधानी के अस्पतालों में बेड्स की कमी हो गई है. बीते दिन करीब 17 प्राइवेट अस्पतालों में एक भी बेड नहीं था. इस बीच दिल्ली सरकार ने 14 बड़े प्राइवेट अस्पतालों को पूर्ण रूप से कोविड स्पेशल घोषित कर दिया है, इनमें अपोलो जैसा अस्पताल भी शामिल है।
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