नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन का दो दिवसीय प्रसार अधिकारी प्रशिक्षण का आयोजन सम्पन्न
डा0 आरपी सिंह, वि0व0वि0 कृषि विज्ञान केन्द्र कोटवा द्वारा तिलहनी फसलों में लगने वाले कीट एवं रागों से बचाव की विस्तृत जानकारी के साथ-साथ मधुमक्खी पालन में तिलहनी फसलों के फूलों के महत्व पर चर्चा किया गया। डा0 राणा पीयूष सिंह, वि0व0वि0 कृषि विज्ञान केन्द्र कोटवा द्वारा तिलहन उत्पादन एवं उत्पादकता बढाने पर बल दिया गया।
इसी प्रकार प्रथम दिवस के द्वितीय पाली में डा0 रणधीर नायक, वि0व0वि0 कृषि विज्ञान केन्द्र कोटवा द्वारा तिलहनी फसलों के उत्पादन में सल्फर/जिप्सम के प्रयोग की उपयोगिता एवं महत्व, वेस्ट डीकम्पोजर की उपयोगिता पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया। इसी क्रम में डा0 अखिलेश यादव, वि0व0वि0 कृषि विज्ञान केन्द्र कोटवा द्वारा तिलहनी फसलों का बीज उत्पादन तकनीक एवं समसामयिक फसलों पर विस्तारपूर्वक प्रसार कार्मिकों के मध्य चर्चा किया गया।
उक्त कार्यक्रम में संयुक्त कृषि निदेशक आजमगढ़ मण्डल आजमगढ़ द्वारा प्रसार कार्मिकों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुये क्षेत्र में भ्रमण किये जाने का सुझाव दिया गया। उन्होने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत भ्रमण के समय प्रसार कार्मिक मास्क अवश्य लगाये एवं हाथो को समय-समय पर साबुन से अवश्य धोये अथवा सेनेटाजर का प्रयोग करें।
उप कृषि निदेशक डाॅ0 आरके मौर्य द्वारा उपस्थित प्रसार कार्मिको को पीएम किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत संसोधन हेतु अवशेष डाटा को अभियान अवधि में पूर्ण किये जाने का निर्देश दिया गया। डा0 उमेश कुमार गुप्ता जिला कृषि अधिकारी आजमगढ़ एवं संगम सिंह भूमि संरक्षण अधिकारी (ऊसर सुधार) आजमगढ़ द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत संसोधन हेतु अवशेष डाटा को समयान्तर्गत पूर्ण करने हेतु स0वि0अधि0 (कृषि) को सतत् मानिटरिगं करने का निर्देश दिया गया।
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