कृषक उत्पादन संगठन का गठन एवं प्रोत्साहन हेतु जनपद स्तरीय मानिटरिंग समिति की प्रथम बैठक सम्पन्न
आजमगढ़ । जिलाधिकारी राजेश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में कृषक उत्पादन संगठन का गठन एवं प्रोत्साहन हेतु जनपद स्तरीय मानिटरिंग समिति की प्रथम बैठक सम्पन्न हुई।
जिलाधिकारी ने बताया कि योजना के अंतर्गत देश में 10000 नये कृषक उत्पादक संगठन का गठन करते हुये उनको पर्याप्त हैंडहोल्डिंग एवं व्यवसायिक सहयोग प्रदान करने हेतु ‘कृषक उत्पादक संगठनों’ का गठन एवं प्रोत्साहन केन्द्रीय योजना को स्वीकृति प्रदान की गयी है।
जिलाधिकारी ने बताया कि यह एक बहुत ही अच्छी योजना है, जो किसानों की आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी। इसी के साथ ही समिति के सभी सदस्यों की सहमति से रानी की सराय सब्जीय उत्पादन क्लस्टर और अहिरौला एवं फूलपुर की लाल मिर्च के उत्पादन, प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन, बाजार लिंकेज, क्रेडिट लिंकेज हेतु चुनाव किया गया।
इस अवसर पर शशि भूषण, जिला विकास प्रबन्धक, नाबार्ड ने ‘कृषक उत्पादन संगठन’ के बारे में विस्तार से बताया। उन्होने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा देश भर में 2023-24 तक 10000 कृषक उत्पादक संगठन बनाने का प्रावधान है। जिसके तहत जनपद के हर विकास खंड में यह कृषक उत्पादक संगठन बनाया जाएगा। प्रत्येक संगठन की शुरुआत 300 किसानों के एक समूह से की जाएगी। इस योजना के तहत किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) को अगले तीन साल तक इनपुट, उत्पादन, प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन, बाजार लिंकेज, क्रेडिट लिंकेज और प्रौद्योगिकी का उपयोग आदि द्वारा हैंडहोल्डिंग सहयोग प्रदान किया जाएगा। शुरुआती फेज में नाबार्ड द्वारा जनपद में दो ‘किसान उत्पादक संगठन’ का गठन किया जाएगा, जिसे वित्तीय सहायता भी मुहैया कराई जाएगी।
उप निदेशक कृषि डाॅ0 आरके मौर्य ने इस योजना को किसानों के लिए हितकारी योजना बताया एवं कहा कि किसानों की आय दो गुणा करने में कृषि उत्पादक संगठन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस बैठक में अग्रणी जिला प्रबन्धक (यूनियन बैंक ऑफ इंडिया), वरिष्ठ वैज्ञानिक (केवीके), जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, एवं घर्मापुरफार्मर्स एग्रो प्रोडूसर कंपनी लिमिटेड, पल्थीं, इरादा जैविक फार्मर प्रो्डयूसर कंपनी एवं अन्य अधिकारीयों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
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