जिला अस्पताल में चिकित्सीय कार्य जारी, फ्लू के लिए है अलग ओपीडीः मण्डलायुक्त
आजमगढ़ । मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने कहा है कि मण्डल के तीनों जनपदों के जिला अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को छोड़कर पूर्व की भांति अन्य सभी प्रकार का इलाज जारी है तथा फ्लू के मरीजों के लिए अस्पताल में ही अलग ओपीडी संचालित है, जहाॅं फ्लू पीड़ित मरीज आसानी से अपनी जाॅंच इलाज करा सकते हैं। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी, शुक्रवार को अपने कार्यालय के सभागार में, कोविड-19 के दृष्टिगत जनपदों में स्थापित स्पेशलिटी क्वरेन्टाइन सेन्टर की ंस्थिति, एल-1, एल-2 अस्पतालों की स्थापना, एल-3 में भर्ती कुल मरीजों की स्थिति आदि बिन्दुओं की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि चॅूंकि सभी जिला अस्पताल नाॅन कोविड हैं और वहाॅं कोई कोरोना पाजीटिव या संदिग्ध मरीज नहीं रखा जायेगा, बल्कि ऐसे मरीजों को तत्काल प्रभाव से स्पेशलिटी क्वरेन्टाइन सेन्टरों में शिफ्ट किया जा रहा है, इसलिए आम जन को भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है, सभी लोग पूर्व की भांति वहाॅं अपना इलाज करा सकते हैं। उन्होंने सभी सीएमएस को स्पष्ट निर्देश दिया कि यदि कोरोना वायरस के अतिरिक्त अन्य बीमारी से ग्रसित कोई ऐसा सीरियस मरीज आता है जिसकी सैम्पलिंग नहीं हुई है तो उसे भी जिला अस्पताल में भर्ती कर उसका सैम्पल लिया जाय तथा जाॅंच रिपोर्ट का इन्तजार किये बगैर उसका इलाज तत्काल शुरू किया जाय, यदि बाद में उस मरीज की जाॅंच रिपोर्ट पाजीटिव आती है तब उस मरीज को राजकीय मेडिकल कालेज में शिफ्ट कर दिया जाय। समीक्षा के दौरान पाया गया कि जनपद आजमगढ़ के जिला चिकित्सालय में कोरोना संदिग्ध के रूप में 7 ऐसे मरीज भर्ती है, जिन्हें कोई अन्य गंभीर बीमारी नहीं है। लगभग यही स्थिति जनपद मऊ एवं बलिया में भी है। इस पर मण्डलायुक्त ने तीनों जनपद के सीएमएस को निर्देशित किया कि तत्काल उन मरीजों को स्पेशलिटी क्वरेन्टाइन सेन्टरों में शिफ्ट कर दिया जाय तथा कृत कार्यवाही से सायं तक अवगत भी करायें। इसी क्रम में उन्होंने तीनों जनदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने अपने जनपद में स्थापित स्पेशलिटी क्वरेन्टाइन सेन्टर्स तथा उसमें क्वरेन्टाइन किये गये संदिग्धों की संख्या, उपलब्ध सुविधाओं आदि का पूर्ण विवरण तत्काल उपलब्ध करायें।
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने जनपदों में स्थापित स्पेशलिटी क्वरेन्टाइ सेन्टर्स की व्यवस्थाओं आदि की नियमित जानकारी हेतु तीनों जनपद के लिए मण्डलीय अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया है। उन्होंने जनपद आजमगढ़ के लिए संयुक्त कृषि निदेशक एसके सिंह को, मऊ के लिए उपायुक्त खाद्य एवं रसद केपी मिश्र एवं बलिया के संभागीय परिवहन अधिकारी रामवृक्ष सोनकर को नोडल अधिकारी नामित करते हुए निर्देशित किया समबन्धित जनपद के सीएमओ से स्पेशलिटी क्वरेन्टाइन सेन्टर्स की सूची, उसमें रखे गये संदिग्ध मरीजों की संख्या उनके मोबाइल नम्बर सहित प्राप्त करें तथा सभी मरीजों से उनके नम्बर पर बात कर सेन्टर की साफ सफाई, चादर बिस्तर बदले जाने की स्थिति, शौचालय की उपलब्धता, भर्ती मरीजों के प्रति चिकित्सकों के व्यवहार, वेन्टीलेट, आक्सीजन की उपलब्धता, पेयजल, भोजन, स्नान की व्यवस्था, सेनिटाइजेशन, स्क्रीनिंग आदि बिन्दुओं पर फीडबैक लें तथा प्रतिदिन सायं को अपनी स्पष्ट आख्या प्रस्तुत करें। इसी के साथ उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि चूॅंकि स्पेशलिटी क्वरेन्टाइन सेन्टर्स में संदिग्ध मरीजों की संख्या प्रतिदिन घट-बढ़ सकती है, इसलिए सभी सेन्टर्स का अपडेट सम्बन्धित नोडल अधिकारी को नियमित रूप से उप
लब्ध कराते रहें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया इन सेन्टर्स में केवल कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को ही रखा जाये, उनकी सैम्पलिंग भी तत्समय ही कराई जाय तथा रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरान्त अग्रेतर कार्यवाही की जाय। बैठक में राजकीय मेडिकल कोलज के प्रधानाचार्य डा. आरपी शर्मा ने अवगत कराया गया कि वर्तमान में मेडिकल कालेज चक्रपानपुर में कोविड-19 के कुल 64 मरीज भर्ती हैं, जिसमें आजमगढ़ के 60, मऊ के 1 एवं बलिया के 3 मरीज हैं। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ में एल-1 अस्पताल जो आज से सक्रिय हो रहे हैं उसमें आजमगढ़ के अधिकांश मरीजों को शिफ्ट किया जायेगा। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने तीनों जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन डाक्टर्स एवं स्टाफ को राजकीय मेडिकल कालेज से सम्बद्ध किया गया है, उन्हें तत्काल अवमुक्त करते हुए सायं तक अवगत कराये। पूर्व में अवगत कराये जाने के बावजूद बैठक में अधीक्षण अभियन्ता, ग्रामीण अभियन्त्रण उपस्थित नहीं हुए जिसपर मण्डलायुक्त ने उनसे स्पष्टीकरण तलब किया है।
इस अवसर पर अपर निदेशक, स्वास्थ्य डा. एनएल यादव, सीएमओ आजमगढ़ डा. एके मिश्र, सीएमओ मऊ डा. एससी सिंह, सीएमओ बलिया पीके मिश्र, राजकीय मेडिकल कालेज के डा. राजेश कुमार, डा. दीपक पाण्डेय, तीनों जनपद के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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