मण्डलायुक्त एवं डीआईजी की संयुक्त बैठक में प्रवासी मजदूरों के हित में लिये गये निर्णय

         

           मण्डलायुक्त एवं डीआईजी ने जनपद में आ रहे प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित पहुंचाने की स्थिति का लिया जायजा, कहा मजदूर सड़कों पर पैदल चलते हुए नहीं मिलने चाहिए, डीआईजी ने कहा कि चेकपोस्ट से ही जनपद के प्रवासी मजदूरों को सीधे शेल्टर होम भेजकर उनका मेडिकल चेकअप कराया जाये

आजमगढ़ । मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने गैर प्रान्तों से आ रहे जनपद के प्रवासी मजदूरों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए सड़कों पर पैदल चलने से बचाने हेतु  शनिवार को अपने कार्यालय के सभागार में डीआईजी सुभाष चन्द्र दूबे, एमडी, यूपी स्टेट कान्सट्रक्शन एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट लिमिटेडध्नोडल अधिकारी शिव प्रसाद,  जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह के साथ ही जनपद के अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी बिन्दुओं पर विचार विमर्श किया। मण्डलायुक्त ने कहा कि जनपद के साथ ही अन्य जनपदों एवं बिहार जाने वाले प्रवासी मजदूर भी जनपद से होकर पैदल अथवा अन्य निजी संसाधनों से जा रहे हैं। उन्होने निर्देश दिया कि जो भी बाहरी मजदूर जनपद में आ गये हैं उनके लिए भोजन पानी की तत्काल समुचित व्यवस्था करते हुए उन्हें सरकारी संसाधन से सम्बन्धित जनपदों उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए उनके जनपदों को भेजा जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पर्याप्त वाहनों की उपलब्धता बनाये रखते हुए तत्काल प्रभाव से मजदूरों को सड़कों पर पैदल चलने से रोकना होगा। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान समय में कोरोनावायरस के संक्रमण की दृष्टि से बस स्टेशन अत्यन्त संवेदनशील स्थल हैं, इसलिए वहाॅं पर रोस्टर के अनुसार जनपद स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लागाई जाय। जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि रोडवेज की 7 बसों को पैदल चलने वालों के लिए आरक्षित रखा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि जनपद के जो भी मजदूर आये हैं उसमें अधिकांश को खाद्यान्न किट्स उपलब्ध करा दी गयी है, परन्तु कतिपय स्थानों पर खाद्यान्न किट्स के सम्बन्ध में शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिसके लिए सम्बन्धित उपजिलाधिकारी का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए तत्काल किट्स उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया है। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने बताया कि जनपद सीमा पर पुलिस विभाग द्वारा 7 चेक पोस्ट स्थापित हैं जहाॅं से होकर जनपद में मजदूर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन चेक पोस्टों पर पुलिस विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गयी है परन्तु वहाॅं पर प्रशासनिक अधिकारियों की आवश्यकता भी महसूस की जा रही है। मण्डलायुक्त ने इस सम्बन्ध में अपर आयुक्त (प्रशासन) अनिल कुमार मिश्र को निर्देश दिया कि सभी 7 चेकपोस्टों पर मण्डलीय अधिकारियों की तत्काल ड्यूटी लगाई जाय।
      मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा चिन्हित अन्य 24 प्वाइन्ट पर मजदूरों को तात्कालिक व्यवस्था के तहत पानी, गुड़ और चने की नियमित व्यवस्था रखी जाये तथा उनके लिए भोजन की व्यवस्था भी कराई जाये। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में व्यापार मण्डल या अन्य इच्छु सामाजिक संगठन का सहयोग लिया जा सकता है। उन्होंने जनपद की सीमाओं पर स्थापित सभी 7 चेक पोस्ट के सम्बन्ध में कहा कि गैर प्रान्तों से आने वाले इस जनपद, दूसरे जनपद एवं बिहार प्रान्त के प्रवासी मजदूरों को वहीं रोका जाय तथा जनपद के जो मजदूर हैं उन्हें रोडवेज की बसों से सीधे शेल्टर होम ले जायें जहाॅं उनका मेडिकल चेकअप करने के उपरान्त क्वरेण्टाइन करने, खाद्य किट्स उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जाये। मण्डलायुक्त ने कहा कि चेक पोस्ट पर आये अन्य जनपदों के मजदूरों को सम्बन्धित जनपद के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, एडीएम आदि से वार्ता कर उन्हें पूरे विवरण से अवगत कराते हुए वहीं से उनके जनपद को भेजें। उन्होंने बिहार प्रान्त के मजदूरों के सम्बन्ध में कहा कि चेकपोस्ट से सीधे उन्हें बलिया-बिहार बार्डर तक पहुंचायें तथा वहाॅं तैनात अधिकारियों को पूरा विवरण उपलब्ध करायें। उन्होंने निर्देश दिया कि गैर जनपदध्प्रान्त के मजदूरों को सीधे चेकपोस्ट से ही उनके गंतव्य को रवाना किया जाय। मण्डलायुक्त एवं डीआईजी ने अधिकारियों को बार-बार निर्देश दिया कि मजदूर सड़कों पर पैदल चलते हुए न दिखाई दें, उन्हें वाहनों के माध्यम से पहुंचाया जाय।

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