फसलों के अवशेष को किसी भी दशा में न जलायें और न ही किसी को जलाने दें-मण्डलायुक्त
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने सभी कृषकों से कहा कि वातावरण की शुद्धता एवं खेतों की उर्वराशक्ति को बनाये रखने के लिए फसलों के अवशेष को किसी भी दशा में न तो स्वयं जलायें और न ही किसी को जलाने दें। उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था सुदृढ़ करने की दृष्टि से यह आवश्यक है कि फसल अवशेष का भूसा बनवाया जाय। पर्याप्त चारा उपलब्ध रहने से पशुपालन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को ग्रीष्मकालीन फसलों में खर पतवार प्रबन्धन एवं सिंचाई पर विशेष ध्यान दिये जाने की सलाह दी है। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने इसी क्रम में मण्डल के जनपदों में कार्यरत क्रय एजेन्सियों एवं क्रय केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया है कि गेहॅूं बेचने के लिए किसी भी किसान को अकारण परेशानी नहीं होनी चाहिए तथा क्रय केन्द्रों पर आये कृषकों एवं कार्यरत कर्मचारियों आदि के मध्य भी सामाजिक दूरी बनाये रखने पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाय। उन्होंने क्रय केन्द्रों पर किसानों को बैठने पेयजल आदि सभी व्यवस्थायें बिल्कुल चाक चौबन्द रखने का निर्देश दिया।
फसलों के अवशेष को किसी भी दशा में न जलायें और न ही किसी को जलाने दें-मण्डलायुक्त उद्योग
आजमगढ़ । मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने कोरोना वायरस (कोविड-19) की महामारी के कारण पूरे देश में घोषित लाकडाउन को देखते हुए मण्डल के समस्त किसानों को गेहॅूं की कटाई, मड़ाई आदि कृषि कार्य में पूरी सतर्कता बरतने के साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण सुझाव दिया है। उन्होंने किसानों से कहा कि वर्तमान परिस्थिति को दृष्टिगत रखते हुए सभी किसान गेहॅूं की कटाई, मड़ाई का कार्य शीघ्रता से पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि मण्डल के जनपदों में गेहॅूं क्रय केन्द्र सक्रिय हो चुके हैं, इसलिए अपने गेहॅूं के लाभकारी मूल्य हेतु उसे अपनी निकटतम क्रय केन्द्र पर ले जाने में भी तत्परता दिखायें। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने कोरोना वायरस के संक्रमण एवं फैलाव को रोकने की दृष्टि से किसानों सलाह दी है कि सभी कृषि कार्य करते समय सामाजिक दूरी बनाये रखने के साथ ही मुॅंह पर मास्क, गमछा आदि अवश्य लगायें। उन्होंने कहा कि कड़ी घूप और गर्मी को देखते हुए किसान जब भी खेतों, खलिहानों में जायें तो नियमित रूप से ठण्डे पानी कर सेवन करते रहें ताकि लू से बचाव हो सके। उन्होंने कहा कि खेती किसानी के कार्य करते समय भी सुरक्षा की दृष्टि से नियमित अन्तराल पर साबुन से हाथ, मुॅंह अवश्य धोयें।
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने सभी कृषकों से कहा कि वातावरण की शुद्धता एवं खेतों की उर्वराशक्ति को बनाये रखने के लिए फसलों के अवशेष को किसी भी दशा में न तो स्वयं जलायें और न ही किसी को जलाने दें। उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था सुदृढ़ करने की दृष्टि से यह आवश्यक है कि फसल अवशेष का भूसा बनवाया जाय। पर्याप्त चारा उपलब्ध रहने से पशुपालन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को ग्रीष्मकालीन फसलों में खर पतवार प्रबन्धन एवं सिंचाई पर विशेष ध्यान दिये जाने की सलाह दी है। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने इसी क्रम में मण्डल के जनपदों में कार्यरत क्रय एजेन्सियों एवं क्रय केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया है कि गेहॅूं बेचने के लिए किसी भी किसान को अकारण परेशानी नहीं होनी चाहिए तथा क्रय केन्द्रों पर आये कृषकों एवं कार्यरत कर्मचारियों आदि के मध्य भी सामाजिक दूरी बनाये रखने पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाय। उन्होंने क्रय केन्द्रों पर किसानों को बैठने पेयजल आदि सभी व्यवस्थायें बिल्कुल चाक चौबन्द रखने का निर्देश दिया।
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