मॉ के गर्भ से ही देश के भविष्य का निर्माण होता है-जिलाधिकारी
आजमगढ़ । जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा विकास खण्ड महराजगंज के ग्राम पंचायत कप्तानगंज में पोषण गोष्ठी कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी द्वारा 20 अतिकुपोषित बच्चों को पोषण पोटली व स्वच्छता किट, 05 गर्भवती महिलाओं को पोषण थाल/डलिया व स्वच्छता किट तथा 06 माह पूर्ण कर चुके 05 बच्चों का अन्नप्रासन कराया गया।
इसी के साथ ही प्रोजेक्टर के माध्यम से विभागीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार एवं योजना के लाभ के बारे में जन जागरूकता कार्यक्रम कराया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि मॉ के गर्भ से ही देश के भविष्य का निर्माण होता है, इसलिए बच्चों पर ध्यान देने के साथ-साथ मॉ पर भी ध्यान देना आवश्यक है। गर्भ में बच्चे के रहने पर यदि मॉ प्रताड़ित होती है तो उसका प्रभाव बच्चों पर पड़ता है, गर्भ में ही बच्चों के मस्तिष्क का निर्माण प्रारम्भ हो जाता है, मॉ जैसे ही गर्भवती होती है, तो उसका पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को गर्भ से 05 वर्ष तक के सभी बच्चों का स्वास्थ्य जॉच, आंगनवाड़ी केन्द्रों पर 05 वर्ष तक के बच्चों का वजन, स्वच्छता से रहना, स्वच्छता से खाना, सभी वर्ग के लोगों को शौचालय का प्रयोग करना एवं सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करके बच्चों को कुपोषण से मुक्त कर सकते है।
जिलाधिकारी कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि आज समस्त विकास खण्डों के एक-एक गॉव में (जहॉ अनुसूचित जाति/मुसहर बस्ती/गरीब वर्ग के बाहुल्यता हो) पोषण गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होने बताया कि पोषण पखवाड़ा 08 मार्च 2020 तक 22 मार्च 2020 तक चलाया जायेगा।
इस अवसर पर डीपीओ मनोज कुमार मौर्य, यूनिसेफ प्रतिनिधि तौहिद अहमद, सीडीपीओ कृष्ण कुमार सिंह, रीता देवी, निर्मला गुप्ता आदि संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे।
इसी के साथ ही प्रोजेक्टर के माध्यम से विभागीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार एवं योजना के लाभ के बारे में जन जागरूकता कार्यक्रम कराया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि मॉ के गर्भ से ही देश के भविष्य का निर्माण होता है, इसलिए बच्चों पर ध्यान देने के साथ-साथ मॉ पर भी ध्यान देना आवश्यक है। गर्भ में बच्चे के रहने पर यदि मॉ प्रताड़ित होती है तो उसका प्रभाव बच्चों पर पड़ता है, गर्भ में ही बच्चों के मस्तिष्क का निर्माण प्रारम्भ हो जाता है, मॉ जैसे ही गर्भवती होती है, तो उसका पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को गर्भ से 05 वर्ष तक के सभी बच्चों का स्वास्थ्य जॉच, आंगनवाड़ी केन्द्रों पर 05 वर्ष तक के बच्चों का वजन, स्वच्छता से रहना, स्वच्छता से खाना, सभी वर्ग के लोगों को शौचालय का प्रयोग करना एवं सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करके बच्चों को कुपोषण से मुक्त कर सकते है।
जिलाधिकारी कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि आज समस्त विकास खण्डों के एक-एक गॉव में (जहॉ अनुसूचित जाति/मुसहर बस्ती/गरीब वर्ग के बाहुल्यता हो) पोषण गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होने बताया कि पोषण पखवाड़ा 08 मार्च 2020 तक 22 मार्च 2020 तक चलाया जायेगा।
इस अवसर पर डीपीओ मनोज कुमार मौर्य, यूनिसेफ प्रतिनिधि तौहिद अहमद, सीडीपीओ कृष्ण कुमार सिंह, रीता देवी, निर्मला गुप्ता आदि संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे।
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