मंदिर के मामले में नोटरी बनाकर 16 ग्रामीणों ने दिया बयान सुभाष चौबे के पक्ष में
आजमगढ़। थाना जहानागंज के ग्राम सभा गम्भीरबन मे बुढ़िया माई मंदिर का मामला तूल पकड़ता चला जा रहा है। मंदिर को लेकर सुभाष चौबे ने मंडलायुक्त आजमगढ़ का दरवाजा खटखटाया है जहां लगभग 20 की संख्या में ग्रामीण कोर्ट द्वारा नोटरी बयान हलफि बनवाकर सुभाष चौबे के पक्ष में मंडलायुक्त को लिखित तहरीर दिए थे, मंडलायुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी सदर को आदेशित किया था लेकिन उप जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार को आदेश किया आज दिनांक 02,08,2023 को क्षेत्रीय लेखपाल कानूनगो व नायब तहसीलदार संघ थाने की फोर्स मौके पर जाकर मामले का निस्तारण करने वाली थी लेकिन किसी कारण बस शासन-प्रशासन नहीं पहुंच सका जहां मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण प्रत्येक वर्ग एवं प्रत्येक जाति के लोग एकत्रित थे। खबर सुनते ही जहां मीडिया कर्मियों ने पहुंचा तो देखा कि कॉफी संख्या में ग्रामीणों ने बताया कि सुभाष चौबे घर के सामने आबादी की जमीन में बुढ़िया माई का मंदिर का स्थापना हुआ था जो लगभग कई शौ वर्षों पुराना मंदिर है जिसकी देखभाल सुभाष चौबे के दादा पर दादा द्वारा रंगाई पुताई से लेकर साफ सफाई एवं मंदिर का देख भाल उनके पूर्वजों द्वारा किया जाता है। लेकिन यहां तक कि मंदिर में सुबह शाम दीपक जलाने के लिए एक पुजारी की भी नियुक्त हुई है जिनका सारा खर्च सुभाष चौबे ही बहन करते हैं।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि मंदिर को प्रधानी के राजनीति के द्वेष से देखते हुवे गुट बाजी ही रही है जो पूरा गलत है ग्रामीणों ने यह भी कहा कि मंदिर सार्वजनिक है लेकिन जमीन चौबे जी का है किसी का कोई आपत्ति नही है लोग आवे दर्शन अर्चना करे लेकिन गुट बाजी ना करें आइये दिखाते हैं कि ग्रामीणों संग प्रधान ने क्या कुछ कहा है।
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