शाह आलम ने छोड़ी बसपा, चार विधायकों वाली पार्टी बनी बसपा
आजमगढ़ की सगड़ी से बसपा विधायक वंदना सिंह के पार्टी छोड़ने के अगले ही दिन बसपा विधानमंडल दल के नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने पार्टी छोड़कर मायावती को तगड़ा झटका दिया है। उन्होंने कहा, मैं हमेशा बसपा सुप्रीमो का विश्वसनीय रहा और कभी भी दल के साथ छल कपट नहीं किया। पर, अब बहनजी किसी के भी कहने पर कुछ भी समझने लगेंगी तो यह दुर्भाग्य है। सम्मान से समझौता करके तो पार्टी में नहीं रहा जा सकता है।
मुबारकपुर से विधायक उन्होंने बसपा प्रमुख को पत्र भेजकर कहा कि 21 नवंबर को उनके (मायावती के) साथ हुई मीटिंग में मैंने यह महसूस किया कि बसपा प्रमुख उनकी निष्ठा एवं ईमानदारी के बावजूद संतुष्ट नहीं हैं। मीटिंग में हुई बातों पर कई दिन विचार करने के बाद उन्हें यह लगा कि वे पार्टी पर एक बोझ बने हैं। वे पार्टी में बोझ बनकर नहीं रहना चाहते हैं। सपा में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनकी अभी किसी भी अन्य पार्टी से कोई बात नहीं हुई है।
बताते चले कि आजमगढ़। जिले के रहने वाले मुबारकपुर विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली एक बड़े व्यवसाई हैं। इन्हें उत्तर प्रदेशा के बड़े बिल्डरों में गिना जाता है इनकी पूर्वांचल कांट्रक्सन कंपनी का गाजियाबाद, नोयडा जैसे शहरों में बड़ा नााम है। इसी कारोबार के दौरान वे मायावती के भाई आनन्द के जरिये ही जमाली मायावती तक पहुॅचे सूत्र बताते हैं कि मायावती के भाई आनन्द और शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली दोनों बिजनेस पार्टनर भी हैें। आनन्द के जरिये ही शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली मायावती तक पहुॅचे। जमाली के पास अकूत सम्पत्ति थी ही धीरे-धीरे पार्टी का काम करते हुये वे मायावती के करीबी हो गये।
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