कर्मचारियों ने मुख्य अभियंता वितरण के कार्यालय पर ध्यानाकर्षण धरना दिया
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ एटक के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर मंगलवार को कर्मचारियों ने मुख्य अभियंता वितरण के कार्यालय पर ध्यानाकर्षण धरना दिया। इसके बाद कर्मचारियों ने अध्यक्ष उप्र पावर कार्पोरेशन को संबोधित दस सूत्री मांग पत्र मुख्य अभियंता को सौंपा। धरनारत कर्मचारियों के अलावा सेवानिवृत्त व संविदा कर्मियों ने सरकार और प्रबंधन को चेताया कि अगर उनकी दस सूत्री मांग अतिशीध्र पूरी नहीं की गई तो वह धरने के दूसरे चरण में 7 दिसंबर को प्रबंध निदेशक कार्यालय पर धरना देने के लिए बाध्य होंगे।धरने को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय अध्यक्ष सूर्यदेव पांडेय ने कहा कि संघ दस सूत्री मांगों को लेकर सरकार और प्रबंधन से मांगों को पूरा करने के लिए आवाज उठा रहा है लेकिन प्रबंध निदेशक द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संविदा कर्मचारियों को तेलगांना सरकार की भांति नियमित किया जाए और जब तक नियमित नहीं किया जाता है तब तक संविदा कर्मियों को सैनिक कल्याण निगम की भांति 28 हजार वेतन दिया जाए। 2007 से अब तक संविदा कर्मियों की ईपीएफ मद में किए गए कटौती में हुए घोटालों की सीबीआई जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किया जाए और इपीएफ की थर्ड पार्टी की आडिट रिपोर्ट को साझा किया जाए। मंत्री रामअवध यादव ने कहा कि पुरानीं व्यवस्था को खत्म कर सरकार कर्मचारियों के साथ अन्याय की है। 14 जनवरी 2000 के उपरांत नियुक्त सभी अधिकिरयों और कर्मचारियों को पूरानी पेंशन का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में बढ़े हुए कार्य को देखते हुए खत्म किए गए पदों को बहाल किया जाए। समस्याओं के समाधान के लिए प्रबंधन से संघ बार बार मांग करता आ रहा है लेकिन मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा। इससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त हैं। प्रदेश के सभी जिलों में केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर कर्मचारियों ने धरना दिया।
धरने में रामसहल चौबे, रामदरश सिंह, सत्यराम यादव, संजय, सुशील, इसरारूल, अजीत, अवधेश, राकेश, देवेंद्र, फूलचंद, रामचंद्र, राधेमुनि, अर्जुन, छोटेलाल, हेमंत, रामप्रवेश, रामबब्बन, रामराज चौहान, राजकिशोर, सीताराम आदि मौजूद रहे।
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