गांव में जाने के लिए रास्ता ना होने पर ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
आजमगढ़। अतरौलिया गांव में जाने के लिए रास्ता ना होने पर ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन। बता दें कि क्षेत्र के दरबरा गांव में जाने के लिए अभी तक रास्ते का निर्माण नहीं कराया गया जिसे लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है । ग्रामीणों का आरोप है कि मुख्यमंत्री से लेकर जिलाधिकारी तथा उपजिलाधिकारी तक रास्ते को लेकर न्याय की गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन अभी तक 45 घरों की आबादी वाले इस हरिजन बस्ती में जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। गांव में जाने के लिए कोई अन्य मार्ग भी नहीं है जिससे लोगों को काफी कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है।गांव में छोटी गाड़ियां तो किसी तरह गांव के अंदर घुस जाती है लेकिन बड़ी गाड़ियां गांव के बाहर ही खड़ी करनी पड़ती है। ऐसे में ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान लोरिक राजभर जो पिछले 6 वर्षों से गांव के प्रधान है तथा गांव के विकास में अभी तक कोई सहयोग नहीं किया और ना ही रास्ते का निर्माण कराया ।गांव वाले जब रास्ते के बारे में कहते हैं तो ग्राम प्रधान का सीधा जवाब होता है कि आप लोगों ने हमें वोट नहीं दिया है तो रास्ता कैसे मिलेगा । जहां लोग आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं वही क्षेत्र का एक ऐसा गांव दरबरा जहां वोटर तो है लेकिन गांव में जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। कागजों में सरकार विकास का वादा करती है लेकिन गांव की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही।गांव में बने पुराने मार्ग पर सड़क के बीच जगह-जगह खुले सीवर दुर्घटना को दावत देते हैं, जिसमें गुजरने वाला हर अनजान व्यक्ति दुर्घटना का शिकार होता रहता है। वही ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के अंदर सफाई कर्मी कभी आता ही नहीं नालों की साफ-सफाई स्वयं ग्रामीण ही करते है। गांव में रास्ता ना होने पर ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय निवासी अजय कुमार ने बताया कि मैं एक विद्यार्थी हूं स्कूल जाने के लिए गांव में कोई रास्ता ही नहीं है जो रास्ता है भी उसमें वर्षात में पानी से होकर गुजरना पड़ता है। रास्ते के साफ सफाई के लिए गांव में कोई सफाई कर्मी भी नहीं आता। अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया लेकिन अभी तक कोई देखने भी नहीं आया। राजेश कुमार ने बताया कि रास्ते की समस्या है कई प्रार्थना पत्र देने के बाद भी अभी तक कोई नहीं आया। रास्ते की सबसे बड़ी समस्या है ग्राम प्रधान द्वारा बजट का बहाना बनाया जाता है ।फूलमती का आरोप है कि गांव में रास्ता नहीं है प्रार्थना पत्र देने के बाद भी कोई देखने नहीं आया, हम लोग पानी में होकर आते जाते हैं।रास्ते की सफाई कभी हुई ही नहीं है। वही ग्राम सचिव प्रतीक सिंह का कहना है कि अभी मिशन कायाकल्प के तहत कार्य चल रहा है इसे समाप्त होने के उपरांत गांव के मार्ग को बना दिया जाएगा जिससे लोगों को आने-जाने में सुविधा मिले।
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