सुखदेव राजभर कुशल व्यक्तित्व के धनी थे-जनार्दन विद्यार्थी
आजमगढ़। दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के सभागार में गुरूवार को जिला अधिवक्ता समिति द्वारा जनार्दन विद्यार्थी एडवोकेट की अध्यक्षता में श्रद्धाजंलि समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें सर्वप्रथम अधिवक्ताओं ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर के चित्र पर पुष्प अर्पित श्रद्धाजंलि दी और उनके जीवन पर प्रकाश डाला।
जनार्दन विद्यार्थी एडवोकेट ने कहाकि सुखदेव राजभर कुशल व्यक्तित्व के धनी थे। बड़गहन गांव के किसान परिवार में 1951 में जन्में स्व. राजभर लम्बे समय तक कलेक्ट्रेट कचहरी में वकालत किये। इसके बाद गरीबों, शोषितों की लड़ाई लड़ने वाले मान्यवर कांशीराम व सुश्री मायावती की नीतियों से प्रभावित होकर सक्रिय राजनीति में आये। वह चार बार लालगंज से व वर्तमान समय में दीदारगंज से विधायक थे। शासन में ऊंचे पदों पर रहते हुए भी उन्होने पैरोकारी करनी नहीं छोड़ी। हमेशा गरीबों, दलितों, शोषितों की लड़ाई लड़ते रहे। अपने व्यक्तित्व और प्रभाव के बल पर ही वे बसपा को पूर्वांचल में नई ऊचाई पर ले गए। उनके द्वारा समाज हित में किये गए कार्य को कभी भुलाया नहीं जा सकता। श्री राजभर के निधन से पूर्वांचल के दलितों, पिछड़ों व शोषित समाज को काफी नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष रणविजय यादव व मंत्री बालेश्वर त्रिपाठी के जरूरी कार्य से लखनऊ होने के कारण उनके निर्देश पर श्रद्धाजंलि समारोह का आयोजन किया गया था।
श्रद्धाजंलि समारोह में सुबाष राय, धीरेन्द्र तिवारी, बृजेश कुमार यादव, लालधर यादव, मार्कण्डेय यादव, अरविन्द पाठक, राजेश राय, अमित श्रीवास्तव, सतीश चन्द्र यादव, दिग्विजय सिंह, राधेश्याम सिंह, मोहित राम, सियाराम कुशवाहा, मनकू कुशवाहा आदि मौजूद रहे।
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