नौ सूत्री मांगों को लेकर नारी शक्ति संस्थान ने एसपी को दिया ज्ञापन
आजमगढ़। मेंहनाजपुर थाने में महिला द्वारा जहर खाकर जान देने के मामले को लेकर नारी शक्ति संस्थान बेहद आक्रोशित है। जिसको लेकर संस्थान की सचिव डा पूनम तिवारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और नौ सूत्री मांगों को लेकर आवाज उठाई।संस्थान सचिव डा पूनम तिवारी ने बताया कि नवरात्रि जैसे महापर्व पर नारी शक्ति अपनी सुरक्षा को लेकर आवाज उठाने को विवश है। पीड़ित महिलाएं तभी थाना-चौकी पहुंचती है जब समझौता की गुजांइश खत्म हो जाती है लेकिन वहां पर उन्हे न्याय से वंचित रखा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। महिला थाने जरूर बने है लेकिन आज भी उनकी सुनवाई पुरूष पुलिस द्वारा ही की जा रही है।
संगठन की नौ सूत्री मांगों में मेंहनाजपुर थानांतर्गत गनीपुर जगरहां गांव निवासी चित्रा सिंह पत्नी शमशेर सिंह प्रकरण में अभियुक्त के साथ-साथ संबंधित पुलिस एवं थानाध्यक्ष के खिलाफ आईपीसी की धारा 166-। के तहत एफआईआर दर्जकर विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जाए क्योंकि संबंधित अधिकारियों द्वारा एफआईआर दर्ज करने में विलंब के कारण ही पीड़िता द्वारा थाना परिसर में आत्म हत्या जैसा कठोर कदम उठाया गया। जनपद के सभी थानों पर प्राथमिकता के तौर पर महिलाओं की बात सुनी जाए और तत्काल शिकायती पत्र के अनुसार प्राथमिकी दर्ज करते हुए आरोपी की गिरफ्तार सुनिश्चित किया जाए, पुलिस द्वारा मामले को दबाने के उद्देश्य से सुलह-समझौता को निरर्थक प्रयास ही महिला वाद के अपराध को बढ़ावा देते है, सुलह-समझौता का कार्य पीड़िता के स्वविवेक पर छोड़ा जाए, महिलाओं से संबंधित मामले को महिला थाने पर ही प्राथमिकी दर्ज कराने की व्यवस्था लागू की जाए। यहीं नहीं, किसी महिला के प्रकरण को चौकी स्तर पर सुलझाने का अधिकार चौकी इंचार्ज को न दिया जाए, उच्च महिला पुलिस अधिकारी ही महिलाओं के प्रकरणों का निस्तारण करें। पुलिस चौकी प्रभारी की कार्यप्रणाली महिला हित में संदिग्ध होती है, महिला हेल्प डेस्क को एफआईआर दर्ज करने का सुविधा प्रदान की जाए ताकि डेस्क की उपयोगिता सार्थक हो सके। इतना ही नहीं, प्रत्येक थानाध्यक्षों की महिला सुरक्षा के प्रति जबावदेही तय की जाए और लापरवाही उजागर होने पर तत्काल दंडित किया जाए वहीं जनपद में एंटी रोमियो अभियान शिथिल पड़ा हुआ है, आगामी त्यौहार को देखते हुए इसे पुनः प्राथमिकता के साथ चलाया जाए ताकि महिला अपराध पर अंकुश लगाया जा सकें।
इस अवसर पर डॉ मनीषा मिश्रा,रश्मि डालमिया,डॉ नेहा दुबे,निमिषा अग्रवाल,सुधा तिवारी,अंशु अस्थाना आदि पदाधिकारी उपस्थित रही
Comments
Post a Comment