सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग की जाए एवं कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट संज्ञान में आते ही तत्काल कार्यवाही की जाए-जिला मजिस्ट्रेट राजेश कुमार


        आजमगढ़ ।  जिला मजिस्ट्रेट राजेश कुमार ने बताया कि गृह विभाग उत्तर प्रदेश शासन द्वारा इस वर्ष चेहल्लुम का पर्व मनाये जाने हेतु विस्तृत दिशा निर्देश निर्गत किये गये हैं। इस वर्ष चेहल्लुम का पर्व चन्द्र दर्शन के अनुसार दिनांक 28 सितम्बर 2021 को मनाया जाना सम्भावित है। चेहल्लुम हजरत इमाम चौधरी की शहादत के चालीसवें दिन अर्थात इस्लामिक माह सफर की 20वीं तारीख को शोक के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष चेहल्लुम का पर्व मनाये जाने हेतु कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत गृह मंत्रालय भारत सरकार व उ0प्र0 शासन द्वारा समय-समय पर जारी एसओपी/ गाइडलाइन्स का सम्यक अनुपालन सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है।उक्त के दृष्टिगत में कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत गृह मंत्रालय भारत सरकार व उ0प्र0 शासन द्वारा समय-समय पर जारी एसओपी/गाइडलाइन्स के क्रम में प्रदत्त दिशा निर्देशों के अनुरूप सोशल डिस्टेसिंग व मास्क धारण करने हेतु जनमानस को जागरूक किया जाय तथा यह सुनिश्चित किया जाय कि निर्गत गाइडलाइन्स/निर्देशों का उल्लंघन किसी भी दशा में न होने पाये। कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव हेतु कार्यक्रम के आयोजक की यह जिम्मेदारी होगी कि कोविड प्रोटोकाल की उद्घोषणा एवं लाउडस्पीकर के माध्यम से मास्क धारण करने तथा सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने हेतु जनमानस को जागरूक करें। प्रशासन व पुलिस द्वारा भी लाउडस्पीकर के माध्यम से कोविड प्रोटोकाल की घोषणा की जाये। कोविड महामारी के दृष्टिगत कन्टेनमेन्ट जोन के बाहर धार्मिक कार्यक्रमों के सम्बंध में कन्टेनमैन्ट जोन को छोड़कर शेष स्थानों/जोन में धर्मस्थलों के अन्दर परिसर के आकार को देखते हुये मास्क की अनिवार्यता, दो गज की दूरी, सेनेटाइजर का उपयोग एवं कोविड-19 प्रोटोकाल के अनुसार अन्य सावधानियों के साथ प्रदान की गयी है, साथ ही प्रवेश द्वार पर कोविड-हेल्पडेस्क स्थापित किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। तत्क्रम में शासन द्वारा निर्गत पूर्व निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाये। जिला मजिस्ट्रेट ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आगामी अवधि में कानून-व्यवस्था एवं साम्प्रदायिक सौहार्द बनाये रखने हेतु तथा कोविड-19 महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए प्रदत्त शासकीय निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाये। चेहल्लुम के अवसर पर कोविड-19 महामारी के रोकथाम हेतु दिये गये निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय। जनपद के कुछ स्थान साम्प्रदायिक दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील हैं। ऐसे स्थानों को चिन्हित कर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाए। किसी भी धार्मिक स्थल क्षमता से अधिक लोगो की भीड़ एकत्र न होने पाए यह सुनिश्चित किया जाए। त्योहारों पर सार्वजनिक स्थल यथा बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और संवेदनशील स्थान/धार्मिक स्थल पर यथावश्यक व्यवस्थायें/चेकिंग कराई जाए। जन सुविधाएं यथा बिजली, पेयजल एवं साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। आकस्मिकता के दृष्टिगत सभी सरकारी अस्पतालों को तैयार हालत में रखा जाए एवं डाक्टर तथा पैरा-मेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी राउण्ड द क्लाक लगायी जाए। असामाजिक तत्वों एवं अफवाह फैलाने वालों पर विशेष ध्यान दिया जाए। सोशल मीडिया की राउण्ड द क्लाक मॉनिटरिंग की जाए एवं कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट संज्ञान में आते ही तत्काल ब्लाक करते हुए प्रभावी कार्यवाही की जाए। जनपद में दं0पं0सं0 की धारा-144 के अंतर्गत निरोधादेश पूर्व से ही लागू किये गये हैं। इसका कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। थाने पर उपलब्ध त्यौहार रजिस्टर तथा रजिस्टर न0-8 में उपलब्ध प्रविष्टियों का अध्ययन कर लिया जाय तथा नई परम्परा की अनुमति कदापि न दी जाय। जनपद के थानों के समस्त प्रभारी निरीक्षक व पुलिस क्षेत्राधिकारियों प्रत्येक छोटी से छोटी घटना को गम्भीरता से लेकर तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण करें एवं विवाद को हल करने तथा साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाये रखने हेतु कड़े एवं प्रभावी उपाय सुनिश्चित करें। जनपद के संवेदनशील क्षेत्रों व अन्य स्थानों पर भी मोबाइल पेट्रोलिंग करायी जाये, जिससे कोई अप्रिय घटना न घटित होने पाये। पुलिस अधीक्षक, आजमगढ़ समस्त पुलिस अधिकारीयों/ कर्मचारियों तथा अभिसूचना कर्मियों की ब्रीफिंग कर उपरोक्त दिशा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराये जाने हेतु निर्देशित करें। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि मुझे इस बात का पूर्ण विश्वास है कि इस अवसर पर प्रशासन के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों का सामना पूरी तैयारी एवं सतर्कता के साथ जनपद के सभी अधिकारी मिलकर करेंगे और असामाजिक, साम्प्रदायिकतावादी तत्वों की कार्यवाही को रोकेगें, ताकि आपसी प्रेम तथा सद्भावना के वातावरण में यह त्योहार मनाया जा सके।उन्होने कहा कि सभी अधिकारी इस त्योहार पर अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा के साथ करेगें और शान्ति बनाये रखने के लिए सतत् प्रयत्नशील रहेगें। यदि जनपद मे कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि परिलक्षित होती है तो यथास्थिति तत्समय निर्णय में परिवर्तन भी किया जा सकता है।

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