कोरोना महामारी व लाकडाउन के दौरान ग्रामीण चिकित्सकों ने अपने जान की परवाह किये बगैर लोगों का उपचार किया-जयेन्द्र मिश्रा


            आजमगढ़। ग्रामीण चिकित्सक एसोसिएशन का स्थापना दिवस गुरूवार को नेहरू हाल के सभागार में मनाया गया। इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों व ग्रामीण चिकित्सकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष धु्रव कुमार सिंह ने कहाकि कोरोना काल में ग्रामीण चिकित्सकों की भूमिका अहम रही है। बड़े बड़े चिकित्सक मरीजों को जहां दूर से देखते थे उनके एनटीपीसीआर की रिपोर्ट का इंतजार करते थे। उस समय ग्रामीण चिकित्सक मरीजां को हर संभव मदद कर चिकित्सकीय सेवाएं दी। जिलाध्यक्ष ने ग्रामीण चिकित्सकों की मांगों को शासन को पहुंचाने और पूरा कराने का आश्वासन दिया।
            एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव जयेन्द्र मिश्रा ने कहाकि कोरोना महामारी व लाकडाउन के दौरान ग्रामीण चिकित्सक अपने जान की परवाह किये बगैर लोगों का उपचार किया। ग्रामीण चिकित्सकों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होने कहाकि एसोसिएशन की पांच सूत्री मांग कई वर्षों से लम्बित पड़ी है। जिसको सरकार पूरा कर ग्रामीण चिकित्सकों के सम्मान को बढायें।
        प्रदेश सचिव हरगोविन्द विश्वकर्मा ने कहाकि कोविड काल में डाक्टर एनटीपीसीआर रिपोर्ट आने के बाद ही मरीजों का उपचार करते थे। तबतक कई मरीजों की चिकित्सा के अभाव में जान चली जाती थी। लेकिन हमारे ग्रामीण चिकित्सक सबसे पहले मरीजों का उपचार कर हजारों की जान को बचाया है। ग्रामीणजनों को बेहतर आकस्मिक स्वास्थ्य प्रदान करने में ग्रामीण चिकित्सक के सहयोग को नकारा नहीं जा सकता है। उन्होने मांग किया कि ग्रामीणांचल क्षेत्रों के ग्रामीण चिकित्सक ही मरीज को प्राथमिक उपचार की सुविधा दे सकते है इसलिए पंजीकृत चिकित्सक अनुभव व डिप्लोमा प्राप्त चिकित्सकों को प्राथमिक उपचार करने का अधिकार दिया जाना चाहिए। नर्सिंग/पैरा मेडिकल डिप्लोमा धारकों विशेष ग्रामीण चिकित्सकों के लिए भर्ती निकाली चाहिए। अनुभवशील ग्रामीण चिकित्सकों को शासन द्वारा कुशल चिकित्सकों सरकार व मान्यता प्राप्त अस्पतालों में ट्रेनिंग कराकर प्राथमिक उपचार करने की स्वीकृति दी जाय। साथ ही डिप्लोमा धारक एवं अनुभवशील चिकित्सकों के सम्मान में उन्हे ग्रामीण चिकित्सक कहलाने का पूरा अधिकार मिले। झोलाछाप जैसे शब्दों का प्रयोग करने वालों पर कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होने कहाकि स्वास्थ्य सम्बन्धी रोगों से बचाव के लिए जनजागरूकता में ग्रामीण चिकित्सकों को भी प्राथमिकता दिया जाय। जिससे कि बिमारियों के प्रति ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की अलख जगायी जा सके। संचालन प्रेमगम आजमी ने किया।
        कार्यक्रम को पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश राय व भाजपा नेता अखिलेश मिश्र गुड्डू, सुषमा गुप्ता ने सम्बोधित किया। अंत में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भाजपा जिलाध्यक्ष को पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा।
        इस अवसर पर अजय कुमार, एसपी सिंह, शैलेन्द्र सिंह, विशाल कुमार गौड़, बीएल उपाध्याय, सतीश विश्वकर्मा, अंजना सिंह, अनिता यादव, अनिल कुमार, संजय तिवारी, बीपी पाठक, प्रेम सिंह, अनिल सरोज, मनोज उपाध्याय, नवीशान अहमद, उग्रसेन प्रजापति, करूणाकर मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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