पंत जी संयुक्त प्रांत के प्रथम प्रधानमंत्री बने-जिलाधिकारी राजेश कुमार
आजमगढ़ । आजादी के अमृत महोत्सव एवं चौरी-चौरा शताब्दी समारोह की श्रृंखला के अन्तर्गत आज जिलाधिकारी राजेश कुमार द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान, महान देशभक्त, कुशल प्रशासक, सफलवक्ता एवं उदारमान भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत की जयन्ती के अवसर पर उनके चित्र प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इसी के साथ ही समस्त कलेक्ट्रेट परिवार के अधिकारी/कर्मचारियों ने भी भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत के चित्र प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। जिलाधिकारी ने बताया कि भारत रत्न पं0 गोविल्द बल्लभ पंत का जन्म 10 सितम्बर 1887 को उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा स्थित खूंट गांव में हुआ था, इन्होने वर्ष 1905 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया एवं 1909 में उन्होने कानून की परीक्षा उत्तीर्ण की। काकोरी मुकदमे ने एक वकील के तौर पर उनको पहचान एवं प्रतिष्ठा दिलायी। वर्ष 1937 में पंत जी संयुक्त प्रांत के प्रथम प्रधानमंत्री बने एवं 1946 में उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने और 10 जनवरी 1955 को पंत जी ने भारत के गृह मंत्री का पद संभाला। सन 1957 में गणंतत्र दिवस पर भारत की सर्वोच्च उपाधि भारत रत्न से पं0 गोविन्द बल्लभ पंत को विभूषित किया गया। हिन्दी को राजकीय भाषा का दर्जा दिलाने में भी गोविन्द बल्लभ पंत का महत्वपूर्ण योगदान रहा। 07 मार्च 1961 को पं0 गोविन्द बल्लभ पंत का निधन हो गया। जिलाधिकारी ने बताया कि भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत का स्वतंत्रता संग्राम आन्दोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। स्वतंत्रता आन्दोलन के अन्तर्गत पं0 गोविन्द बल्लभ पंत ने असहयोग आन्दोलन, साइमन कमिशन के बहिष्कार एवं नमक सत्याग्रह में बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया था। पं0 गोविन्द बल्लभ पंत महान देश-भक्त, कुशल प्रशासक, सफल वक्ता, तर्क के धनी तथा लेखनी से सशक्त थे। इसी के साथ ही जिलाधिकारी के निर्देश पर विकास भवन, जिला सूचना कार्यालय, जिला प्रोबेशन कार्यालय, जिला समाज कल्याण, उद्योग कार्यालय, मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय सहित समस्त जिला स्तरीय कार्यालयों, समस्त तहसीलों एवं समस्त विकास खण्डों के कार्यालयाध्यक्षों द्वारा भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत के जयंती के अवसर पर उनके चित्र प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी हरि शंकर, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 आजाद भगत सिंह सहित कलेक्ट्रेट परिवार के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
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