अहमदाबाद में कोरोना महामारी को लेकर हालत बेहद खराब, हर एक घंटे में तीन मरीज की मौत


गुजरात । अहमदाबाद में कोरोना महामारी को लेकर हालात बेहद बिगड़ गए हैं। हर घंटे 3 मरीज मौत को गले लगा रह हैं। हर मिनट में 4 लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। श्मशान घाटों और अस्पतालों के बाहर लाइन लगी है। इमरजेंसी वार्ड्स में मरीजों की संख्या बीते 10 दिनों में बेतहाशा बढ़ गई है। गुजरात के अहमदाबाद में कोरोना की स्थिति बेहद भयावह है। यहां हर घंटे 3 मरीजों की मौत हो रही है। वहीं, हर मिनट 4 नए मरीज सामने आ रहे हैं। अस्पतालों के बाहर ही नहीं, श्मशान घाटों के सामने भी ऐंबुलेंस की लंबी कतार नजर आ रही है। ऑक्सिजन की कमी से मरीजों की सांसें उखड़ रही हैं और कुछ ही देर में अस्पताल के सामने खड़ी ऐंबुलेंस श्मशान घाट की ओर मुड़ जाती है। पूरे गुजरात प्रदेश की बात करें तो यहां 24 घंटों के भीतर 6 हजार 690 नए मरीज सामने आए। वहीं रेकॉर्ड 69 लोगों की मौत हो गई।
            अस्पतालों में भी हालात खराब हैं। तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के कारण मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में कई सिविल अस्पतालों के सामने ऐंबुलेंस की कतारें देखी गई हैं। इन ऐंबुलेंस में मरीज ऑक्सिजन मास्क पहनकर अस्पताल में दाखिल होने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। मरीजों की बढ़ती तादाद तो देखते हुए अहमदाबाद के सिविल अस्पतालों में ऐंबुलेंस की संख्या बढ़ाई गई है। अहमदाबाद नगर निगम इन हालात से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम करने में लगा है। प्रशासन का कहना है कि कोविड अस्पतालों के 20 फीसदी बेड मरीजों के लिए आरक्षित करने होंगे। एएमसी ने 140 प्राइवेट अस्पताल भी तैयार किए हैं। कोविड अस्पताल तथा एएमसी मरीजों के इलाज का भुगतान करेंगे। वहीं, एएमसी ने अस्पतालों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 20 फीसदी बेड कोविड इलाज के लिए रिजर्व नहीं किए गए तो उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा। अहमदाबाद जिला प्रशासन जल्दी ही कोरोना के मामले काबू में होने की उम्मीद कर रहा है। मंगलवार को गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए मेडिकल फेसिलिटी को बढ़ाया गया है। राज्य में रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग बढ़ी लेकिन इसकी कमी नहीं होने दी गई। रुपाणी ने कहा कि जल्दी ही गुजरात में कोरोना के मामले कम हो जाएंगे।
        गुजरात में बीते एक सप्ताह से कोरोना से मरने वालों की तादाद बढ़ी है। इस वजह से श्मशान घाटों पर भी भारी भीड़ देखने को मिल रही है। कोविड-19 या अन्य रोगों के कारण जान गंवाने वाले लोगों के संबंधियों को उनके अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाटों पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

Comments

Popular posts from this blog

फन्दे पर लटकती मिली विवाहिता व बेटे की लाश

केन्द्र सरकार आम आदमी की समस्या को सुलझाने में विफल-प्रियंका गोड़

दो लाख रूपये नहीं मिले तो ससुराल वालो ने कर दी बहू की हत्या