महाराणा प्रताप सेना किसी जाति धर्म का संगठन नहीं है-बिजेन्द्र सिंह


आजमगढ। महाराणा प्रताप सेना की बैठक रविवार को मड़या स्थित सेना कार्यालय पर आयोजित की गई। जिसमें कई लोगों को सेना का मनोनयन पत्र सौंपकर सम्मानित किया गया।बैठक को सम्बोधित करते हुए सेना प्रमुख बिजेन्द्र सिंह ने कहाकि महाराणा प्रताप सेना किसी जाति धर्म का संगठन नहीं है। इसमें सभी जाति धर्म के लोग जुड़ सकते है, जो लोग राष्ट्र एवं समाज से प्रेम करते है। उन्होने कहाकि इस समय सेना का संगठन उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों जैसे महाराष्ट्र, बंगाल, बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ एवं उत्तराखंड में हो चुका है और जल्द ही दिल्ली, मध्य प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों में संगठन का गठन कर लिया जायेगा। उन्होने बताया कि महाराणा प्रताप सेना एक गैर राजनैतिक सामाजिक संगठन है कि कोई भी दल जो समाज में हमारे वीर पुरूषों जैसे महाराणा प्रताप, भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, सुबाष चन्द्र बोस अन्य के खिलाफ कुछ अनुचित व्यवहार करेगा तो सेना उस दल का पुरजोर विरोध करेगी।
            इसी क्रम में सेना में नवनियुक्त पदाधिकारियों को उनका मनोनयन पत्र देकर व माला पहनाकर कार्यालय में उनका स्वागत किया गया। जिसमें मिथिलेश सिंह को सेना आजमगढ मंडल का प्रवक्ता, प्रवीण कुमार सिंह जिला सचिव आजमगढ मनोनीत किया गया। इसके अलावा विवेक आनन्द सिंह को गोरखपुर महानगर का उपाध्यक्ष एवं अभिषेक गुप्ता को महामंत्री बनाया गया। वहीं विशाल सिंह को नगर प्रभारी आजमगढ़, राहुल गुप्ता व अभय यादव को सिविल लाईन वार्ड एवं कोलबाजबहादुर वार्ड अध्यक्ष बनाया गया।
            बैठक की अध्यक्षता हरिलाल यादव प्रदेश संरक्षक एवं संचालन अनिल कुमार सिंह प्रदेश ने किया। बैठक में सुरेन्द्र यादव, जयसिंह, मनोज सिंह, पवन चौहान, दिनेश खण्डेलिया, नितेश सिंह, प्रवीण सिंह, सुरेश सिंह, उमाशंकर प्रजापति, विनीत सिंह, शिवम तिवारी राजपुरोहित आदि लोग उपस्थित रहे।


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