ग्रामीण न्यायालय की स्थापना को लेकर 12 मार्च तक न्यायिक कार्यो से विरत रहने का निर्णय


            आजमगढ़। मेंहनगर तहसील बार एसोसिएशन की बैठक संघ भवन में संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस दौरान ग्रामीण न्यायालय की स्थापना को लेकर रणनीति तैयार की गई। इसके बाद अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्यों से विरत रहकर विरोध प्रदर्शन करते 12 मार्च तक न्यायिक कार्यो से विरत रहने का निर्णय लेते हुए प्रस्ताव की प्रतिलिपि सीएम, जिला न्यायाधीश समेत अन्य के नाम संबोधित पत्रक एसडीएम को सौपा। संघ मंत्री अशोक यादव ने कहा कि तहसील मुख्यालय से छह किमी की दूरी पर स्थित पंचायत भवन दौलतपुर के लिए ग्रामीण न्यायालय स्थानान्तरण किये जाने से लोगों को काफी दिक्कतों को सामना करना पडे़गा। इस लिए प्रशासन द्वारा ग्रामीण न्यायालय के लिए भेजी गई रिपोर्ट निरस्त किया जाए और तहसील परिसर में ही ग्रामीण न्यायालय स्थापित किया जाय इस दौरान पूर्व अध्यक्ष प्रमोद दुबे ,राजनाथ यादव , विनोद सिंह ,दिलीप राम ,रामजन्म सिंह, वीरेंद्र पासवान,राजबहादुर सिंह, शिवानन्द यादव, शोभनाथ यादव, विनोद सिंह, प्रमोद सिंह आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे। संचालन अशोक यादव ने किया।
            दूसरी ओर लालगंज तहसील परिसर में बार एसोसिएशन के तत्वावधान में ग्रामीण न्यायालय की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन कर तहसीलदार को ज्ञापन सौपा। वक्ताओं ने कहा कि लालगंज में ग्रामीण न्यायालय की स्थापना को लेकर अधिवक्ता विगत कई वर्षो से मंगलवार को न्यायिक कार्यो से विरत रह कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । इसके बावजूद शासन प्रशासन द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा हैं। स्थानीय प्रशासन द्वारा लालगंज में ग्रामीण न्यायालय कि स्थापना न हो इसके लिए मनमानी रिपोर्ट भेज दी जाती हैं। इस मौके समर बहादुर सिंह, विन्ध्यवासिनी राय,धर्मेश पाठक,रामसेवक यादव, हामिद अली, विजय प्रकाश पांडेय, इन्द्र भानु चौबे, आत्मा राम, नागेन्द्र सिंह, संतोष कुमार सिंह, लल्ले मिश्रा, ओम प्रकाश वर्मा, जितेंद्र सिंह, राजनाथ यादव आदि उपस्थित रहे।


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