बैंक से लोन लेकर हड़प लिया पैसा, किसान ने की आत्महत्या
आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र के ग्राम बेराव में एक व्यक्ति सिर्फ इसलिए आत्महत्या करने के लिए विवश हो गया क्योंकि उसने बैंक से लोन लेकर जिस व्यक्ति को पैसा दिया था उसने कर्ज वापस करने से मना कर दिया। बैंक का दबाव और आर्थिक तंगी से परेशान अधेड़ ने गांव में ही राइस मिल के बगल आम के पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी और सुसाइड नोट में सारी व्यथा लिख उसे जेब में रख लिया लेकिन लोगों के सामने ही आरोपी सुसाइड नोट न केवल फाड़ दिया बल्कि अपने साथ लेकर चला गया।
अहरौला थाना क्षेत्र के बेराव गांव निवासी राजकुमार 55 पुत्र कांता चैहान ने सोमवार की भोर में गांव के ही राइस मिल के बगल आम के पेड़ पर भोर करीब 3 बजे फांसी लगा कर जान दे दी। सुबह जब ग्रामीण दैनिक क्रिया से निवृत्त होने गए तो पेड़ से लटकता शव देख सन्न रह गए। ग्रामीणों के शोर मचाने पर मौके पर भारी भीड़ एकत्र हो गयी। घटना की सूचना अहरौला थाने को दी गयी।
पुलिस के पहुंचने से पहले राजकुमार चौहान की जेब से ग्रामीणों को एक पर्ची (सुसाइड नोट) मिली। जिसमें लिखा था कि गांव के ही रहने वाले रणधीर चैहान पुत्र राम शब्द चैहान मेरे नाम से बैंक से 40 हजार का लोन लिए जिसका पैसा नहीं दे रहे थे आर्थिक तंगी के कारण मुझे यह कदम उठाना पड़ा। यह पर्ची पढ़ते ही गांव के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया जिसके बाद वह पर्ची आरोपी ने तुरंत फाड़ दिया और मौके से गायब कर दिया।
इसी बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सुसाइड नोट फाड़ने की जांच का भरोसा दिया। मृतक के पुत्र विजय चौहान ने दो आरोपियों के खिलाफ अहरौला थाने में नामजद तरहरीर दी है। मृतक राजकुमार आरोपी रणधीर चैहान के जूनियर विद्यालय में चपरासी का काम करता था।
Comments
Post a Comment