पत्रकार रतन सिंह की हत्या में 3 गिरफ्तार,
मुख्यमंत्री ने परिजनों को दस लाख देने की की घोषणा
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के फेफना में पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या
परिजनों का आरोप, गांव के प्रधान के घर पर बुलाकर ले जाया गया और मारी दी गोली
पुलिस घटना को पट्टीदारों के बीच आपसी रंजिश का मामला बता रही है
डीआईजी आजमगढ़ का कहना है कि इस हत्या का पत्रकारिता से संबंध नहीं है
आजमगढ़। आजमगढ़ मण्डल के बलिया जिले के फेफना में पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें (रतन सिंह) गांव के प्रधान के घर पर बुलाकर ले जाया गया और गोली मारी दी गई। वहीं पुलिस घटना को पट्टीदारों के बीच आपसी रंजिश का मामला बता रही है। डीआईजी आजमगढ़ का कहना है कि इस हत्या का पत्रकारिता से संबंध नहीं है।
सोमवार देर शाम हुई इस घटना से जिले में हड़कंप मच गया। पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है। आजमगढ़ के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि मृतक एक पत्रकार था लेकिन इस घटना का पत्रकारिता से कोई संबंध नहीं है। यह पूरी तरह से दो पक्षों के बीच भूमि विवाद का मामला है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बलिया के एसपी देवेंद्रनाथ ने बताया कि झगड़े के दौरान पट्टीदारों ने पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी है। पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई है। रतन सिंह की हत्या के बाद पत्रकार इंसाफ के लिए परिवारवालों के साथ धरने पर बैठ गए। यह धरना एनएच 31 पर किया गया। परिवारवालों ने मांग की कि फेफना के थानाध्यक्ष को सस्पेंड किया जाए। इस दौरान फेफना थानाध्यक्ष शशिमौली पांडेय को एसपी देवेंद्र नाथ ने निलंबित कर दिया है।
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