मुबारकपुर पुलिस द्वारा पाक्सो एक्ट व 67 ए आई टी एक्ट का अपराधी गिरफ्तार
आजमगढ़। दिनांक- 20.07.2020 को वादिनी थाना मुबारकपुर, आजमगढ़ ने लिखित तहरीर के साथ सूचना दी कि सबाब अली पुत्र इमरान अली जो वादिनी की 11 वर्षीय पुत्री को काफी दिनों से परेशान कर रहा है, अश्लील हरकत व छेड़खानी कर रहा है तथा अश्लील वीडियों भी बना लिया था। जिसके सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गयी। विवेचना से धारा 376AB,506 भादवि व 5/6 पाक्सो एक्ट व 67 ए आई टी एक्ट का अपराध पाया गया।
पुलिस अधीक्षक आजमगढ प्रो0 त्रिवेणी सिंह द्वारा उक्त प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए मुकदमे से सम्बन्धित अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु अपराध नियंत्रण के दृष्टिगत वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी विषयक चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत अपर पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी सदर के कुशल निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक मुबारकपुर के कुशल नेतृत्व में आज दिनांक-23.07.2020 को उ0नि0 कमल नयन दूबे मय हमराह द्वारा मु0अ0सं0 137/20 धारा 376AB,506 भादवि व 5/6 पाक्सो एक्ट व 67ए आई टी एक्ट में वांछित अभियुक्त शबाब अली पुत्र इमरान अली निवासी हुसैनीबाग पुरासोफी थाना मुबारकपुर आजमगढ को मुबारकपुर बस स्टैण्ड से 9.45 बजे गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के सम्बन्ध में विवेचनात्मक प्रक्रिया चिकित्सकीय परीक्षण की कार्यवाही पूरी कर न्यायिक अभिरक्षा हेतु मा0 न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है।
गिरफ्तार अभियुक्त शबाब उपरोक्त से पूछताछ की गयी तो यह तथ्य प्रकाश में आया कि पीड़िता व अभियुक्त दोनो ही बुनकर पेशे से जुड़े है तथा दोनो पक्षों के मकान अगल-बगल है। वर्ष 2019 में रमजान माँह के दौरान अभियुक्त के घर पर रात में मजलिस थी जिसमें मोहल्ले की कई छोटी- बडी लड़किया आयी थी मजलिस समाप्त होने के बाद सभी लड़किया धीरे-धीरे अपने घर चली गयी। पीड़िता जब सबसे अन्त में अपने घर जाने लगी तो उसे देखकर मेरी नियत खराब हो गयी और मैंने मेन गेट बन्द कर दिया और डरा धमका उसके साथ गलत कार्य किया तथा उसकी वीडियो अपने मोबाइल में बना लिया। उसके बाद जब कभी पीडिता को अपने पास बुलाता था तो वो नही आती थी तब मैने धमकी दिया कि अगर नही आओगी को तुम्हारी वीडियो को सबको दिखा दूंगा । इसके बाद भी जब वो नही आयी तो मैने वीडियो का स्क्रीन शाट उसके घर के एक मोबाईल पर भेज दिया जिसे उसके भाई ने देख लिया और उसके पूरे घरवालों को जानकारी हो गयी। जब मुझे जानकारी हुई कि इस मामले में मुकदमा लिख गया है और पुलिस मुझे खोज रही है तो मैने अपने मोबाइल से सिम निकाल कर तोड दिया और व्हाटसेप को डिलीट कर दिया । मैं पुलिस के डर से भाग कर अपने रिश्तेदारी में जाने वाला था कि पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया।
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