पुलिस इंसपेक्टर देवेन्द्र चंद्रवंशी को देश का आखिरी सलाम

आजमगढ़। मध्यप्रदेश में कोरोना के हाट स्पाट बने इंदौर में 45 वर्षीय थाना प्रभारी देवन्द्र चन्दंशी की शनिवार रात 2 बजे मौत हो गई। इंस्पेक्टर देवेंद्र चंद्रवंशी जूनी थाने के प्रभारी थे। वे पिछले 19 दिन से अरविंदो अस्पताल में भर्ती थे। टीआई चंद्रवंशी की पहली कोरोना रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई थी, लेकिन बाद में 13 और 15 अप्रैल की रिपोर्ट निगेटिव आईं। अस्पताल प्रबंधन के प्रमुख डॉ. विनोद भंडारी का कहना है कि चंद्रवंशी की मौत का मुख्य कारण पल्मोनरी एम्बोलिज्म है। रविवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलनी थी। वहीं, टीआई के साथ तैनात रहा एएसआई भी संक्रमित है। इंदौर में अब तक कोरोना के 890 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, जबकि 48 लोगों की मौत हुई।
सीएसपी दिशेष अग्रवाल ने बताया कि जांबाज टीआई देवेंद्र अब हमारे बीच नहीं रहे। सुबह जैसे ही पुलिसकर्मियों की नींद खुली और दुखद सूचना मिली तो सबका मन बैठ गया। टीआई को कोरोना के अलावा निमोनिया का संक्रमण ज्यादा हो गया था। हालत गंभीर होने पर वे 15 दिन से वेंटिलेटर पर थे। 2007 में एसआई बने चंद्रवंशी शाजापुर जिले के रहने वाले थे। उनकी मौत से पुलिस महकमे में शोक है। शनिवार को पंजाब के लुधियाना में कोरोना पॉजिटिव एसीपी अनिल कोहली की जान चली गई थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने इंस्पेक्टर चंद्रवंशी के परिवार को 50 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है। उन्होंने ट्वीट किया- मैं देवेंद्र चंद्रवंशी के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। वे कोरोना वॉरियर बनकर लोगों की सेवा में लगे हुए थे। इस संकट की घड़ी में मेरे साथ पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है। शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से आर्थिक मदद और उनकी पत्नी को सब इंसपेक्टर के पद पर नियुक्ति दी जा रही है।
बताते चले कि कोरोना से बुरी तरह प्रभावित शहर इंदौर में शनिवार को आई रिपोर्ट में महज 9 नए मरीज मिले, जो बीते 7 दिन में सबसे कम है। इससे पहले 12 अप्रैल को 8 मरीज आए थे। इसके साथ ही शहर में कुल मरीजों की संख्या 890 हो गई है। हालांकि इसको लेकर कुछ पेंच हैं। दरअसल, शुक्रवार को 50 नए मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इंदौर में मरीजों की कुल संख्या 892 बताई थी। शनिवार को इसे घटाकर 881 कर दिया।

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