बांदा में बलात्कार को लेकर असंख्य समाज पार्टी ने सरकार को घेरा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के मटौंध थाना क्षेत्र की एक किशोरी के साथ 5 मार्च को हुये सामूहिक दुष्कर्म का मामला दो दिन से सीमा विवाद में उलझा हुआ है। जिसकों लेकर असंख्य समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल यादव ने सरकार को घेरते हुये कहा कि सरकार दुष्कर्म के मामलों में गम्भीर नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल यादव ने का कि उत्तर प्रदेश की मित्र पुलिस दुष्कर्म के मामलों पर पर सीमा विवाद में पीड़ित को उलझाकर अपराधियों का इकबाल बुलन्द कर रही है। बताते चले कि पुलिस खन्ना थाना की घटना बता रही है तो खन्ना पुलिस मटौंध से किशोरी के अपहृत होने की बात कहकर प्राथमिकी दर्ज करने से मना कर रही है। बकौल बृजपाल मटौंध कस्बे की रहने वाली एक 17 साल की किशोरी के साथ दो युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की घटना को 5 मार्च की शाम एक 17 साल की किशोरी को उसके पड़ोसी दो युवक उसकी बुआ के गांव पचपहरा (महोबा जिला का खन्ना थाना) होली के बहाने ले गए थे, जहां रास्ते के जंगल में दहाली बाबा के स्थान के पास उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद वे उसे बेहोशी की हालत में वहीं छोड़कर फरार हो गए।
गांव की कुछ महिलाओं ने लड़की के बेहोश पड़े होने की सूचना गांव में दी, तब परिजनों को रात नौ बजे घटना की जानकारी मिली और 6 मार्च को परिजन लड़की को लेकर मटौंध थाने गये तो पुलिस ने कहा कि दुष्कर्म की घटना वाला क्षेत्र दहाली बाबा का स्थान महोबा जिले के खन्ना थाना क्षेत्र में है, इसलिए इसकी प्राथमिकी वहीं दर्ज होगी और आरोपियों की गिरफ्तारी भी खन्ना पुलिस ही करेगी। वहीं, खन्ना थाना पुलिस का कहना है कि चूंकि लड़की का अपहरण मटौंध कस्बे से हुआ है, इसलिए अपराध की शुरुआत भी मटौंध से होती है, इसलिए मटौंध पुलिस ही मामला दर्ज करेगी और जांच भी वही करेगी।
असंख्य समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई एक व्यवस्था के अनुसार, पीड़ित पक्ष अपनी सुविधानुसार देश के किसी भी पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज करा सकता है, बाद में विवेचना (जांच) संबंधित थाने को हस्तगत की जाएगी। उन्होंने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म जैसे गंभीर मामले में मटौंध और खन्ना दोनों थानों की पुलिस लापरवाही बरत रही है।
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