बलिया के जूनियर विद्यालयों में 23 अध्यापकों की नियुक्तियां अनियमित

            आजमगढ़ । मंडलायुक्त आजमगढ़ मण्डल आजमगढ़ कनक त्रिपाठी के निर्देश पर हुई जांच में बलिया जिले के 11 अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में नियम विरुद्ध तरीके से की गई कुल 23 प्रधानाध्यापकों, सहायक अध्यापकों की नियुक्ति का मामला प्रकाश में आया है। उन्होंने संबंधित दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियें के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति करते हुए शासन भेज दी है।
           आठ जुलाई को बलिया जनपद के बैरिया क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह ने अशासकीय सहायता प्राप्त 15 जूनियर हाई स्कूलों में प्रधानाध्यापकों एवं सहायक अध्यापकों की अनियमित ढंग से की गई नियुक्तियों की शिकायत तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय से की थी और जांच के लिए शासन को पत्र भेजा था। शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त ने इन विद्यालयों में नियुक्ति की जांच की जिम्मेदारी संयुक्त शिक्षा निदेशक एपी वर्मा को सौंपी थी। जांच के दौरान चार विद्यालय जांच प्रक्रिया से बाहर हो गए। शेष बचे 11 विद्यालयों में नियुक्ति की जांच में पाया गया कि वैदिक बाल विद्या मंदिर आर्य समाज रोड में मनमाने ढंग से दो अध्यापकों, वनाती सर्वोदय जूनियर हाईस्कूल खड़सरा, जवाहर लाल नेहरू जूनियर हाई स्कूल गौरी, बसंत देवी जूनियर हाई स्कूल रुद्रवार, गांधी पूर्व माध्यमिक बालिका विद्यालय सिकन्दरपुर एवं जनता राष्ट्रीय विद्यालय पिपराकला पंचखोरा में एक-एक अध्यापक की मनमाने तौर पर की गई नियुक्ति को तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय द्वारा अनियमित ढंग से अनुमोदित किया गया है। रामजीत सिंह जूनियर हाई स्कूल रघुनाथ नगर कर्णछपरा बैरिया में चार अध्यापकों की नियुक्ति हेतु तत्कालीन बीएसए द्वारा चयन समिति में नामित किए गए खंड शिक्षा अधिकारी रेवती अवधेश कुमार राय ने साक्षात्कार प्रपत्र पर किसी अभ्यर्थी को कोई अंक ही नहीं दिया है। बिना अंक दिए ही चयन समिति द्वारा श्रेष्ठता सूची तैयार कर दी गई है। बीएसए कार्यालय के पटल सहायक वीरेंद्र सिंह ने भी अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया। इस अनियमित चयन एवं अनुमोदन के लिए तत्कालीन बीएसए श्री राय के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी रेवती एवं पटल सहायक दोषी हैं। इसी प्रकार सिकंदरपुर के बालखंडी नाथ इंटर कालेज सीसोटार में सात अध्यापकों की नियक्ति में मात्र चार का ही साक्षात्कार में अंकन किया गया है। शेष तीन अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में अंक ही नहीं दिया गया है। इसके बावजूद तत्कालीन बीएसए द्वारा नियुक्ति का अनुमोदन कर दिया गया है। इसके लिए उनके साथ ही नवानगर के खंड शिक्षा अधिकारी एसएन त्रिपाठी एवं पटल सहायक ज्ञान प्रकाश मिश्र जिम्मेदार हैं। बाबा दशरथ पूर्व माध्यमिक विद्यालय बाछापार, शहीद जूनियर हाई स्कूल सलेमपुर में दो-दो अध्यापकों तथा डोभा भगत जूनियर हाईस्कूल बघौली में एक अध्यापक की नियुक्तियां मनमाने ढंग की गई है जिसके अनियमित अनुमोदन के लिए तत्कालीन बीएसएस संतोष कुमार राय जिम्मेदार हैं। इन मामलों में तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी हनुमानगंज ओमप्रकाश दुबे व दुबहड़ के मोतीचंद चैरिया, बेसिक शिक्षा के वित्त एवं लेखाधिकारी व पटल सहायक मुहम्मद खालिद अंसारी आदि जिम्मेदार हैं। मंडलायुक्त ने पूरे प्रकरण में अनियमित अनुमोदन करने के लिए तत्कालीन उत्तरदायी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध अग्रेतर कार्रवाई हेतु संयुक्त शिक्षा निदेशक की जांच आख्या के साथ ही अपनी संस्तुति शासन को प्रेषित कर दी है।


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