युवती ने लगाई एस0पी0दरबार में गुहार

 आजमगढ़. सरकार ने तीन तलाक और महिला उत्पीड़न को लेकर कानून भले ही बना दिया है लेकिन मुस्लिम महिलाएं आज भी शोषण का शिकार हो रही है। समाचार के अनुसार मामला सरायमीर थाना क्षेत्र के राजापुर सिकरौर गांव का है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी पहली पत्नी को सिर्फ इसलिए छोड़ दिया कि उसने दो बेटियों को जन्म दिया और पुत्र पैदा नहीं कर सकी। दूसरी पत्नी से एक बच्चा भी पैदा हो गया लेकिन पहली पत्नी और बच्चों की कोई मदद नहीं कर रहा। जबकि उसकी पुत्री किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित है। उसके उपचार में लाखों रूपये खर्च होने है। महिला अपनी बीमार बेटी को लेकर दर दर भटक रही है।
          सरायमीर थाने की पुलिस भी कोई की पुलिस कार्यवाही नहीं कर रही। अब पीड़िता ने रही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षाक मऊ को उसने जनपद के मोहम्मदाबाद गोहना निवासी दरक्शा परवीन पुत्री इम्तेयाज अहमद का आरोप है कि उसकी शादी वर्ष 2009 में सरायमीर थाना क्षेत्र के राजापुर सिकरौर गांव निवासी अशहद शेख पुत्र शहाबुद्दीन से हुई थी। पति चाहता था कि उसे पुत्र हो लेकिन उसकी दो पुत्रियां हुई। इससे नाराज होकर पति ने उसे मारना पीटना शुरू कर दिया। कुछ दिन बाद उसे पुत्रियों के साथ घर से निकाल दिया गया। तब से वह मायके में रहती है। पति के उत्पीड़न से परेशान होकर उसने घरेलू हिंसा व भरण पोषण का दावा किया। इस मामले में उसके पति के खिलाफ कई बार वारंट हुआ लेकिन पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश नहीं किया। उसके बेटी को किडनी की गंभीर बीमारी है साथ ही पथरी भी है। उसका उपचार चल रहा है आपरेशन के लिए चार लाख का खर्च बताया जा रहा है। उसके पास दवा के लिए पैसा नहीं है तो आपरेशन कैसे कराए। पति ने आज तक एक रूपये खर्च नहीं दिया है।
          पुलिस भी न्यायालय के आदेश का पालन नहीं करा रही। पीड़िता का दर्द सुनने के बाद एसपी ने न्याय का भरोसा दिया और थानाध्यक्ष सरायमीर को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। अब यह देखना है कि प्रशासन युवती को न्याय दिला पाता है या नहीं। 


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