ज्ञानी जैल सिंह ने हमेशा अंग्रेजी हुकूमत एवं सामंतवादी ताकतों का हमेशा विरोध किया-शिवमोहन
आजमगढ़। लोक जनशक्ति पार्टी पिछड़ा एवं अति पिछड़ा प्रकोष्ठ द्वारा महामहिम पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह साहब का 105 वां जयंती का कार्यक्रम कलेक्ट्री कचहरी स्थित पार्टी कार्यालय आजमगढ़ पर संपन्न हुआ कार्यक्रम की अध्यक्षता योगेश विश्वकर्मा प्रदेश महासचिव पिछड़ा वर्ग संचालन राजाराम मौर्य ने किया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष शिवमोहन शिल्पकार कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए महामहिम के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए दीप प्रज्वलित किया और कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री शिल्पकार ने कहा कि महामहिम का जन्म पंजाब प्रांत के फरीदकोट जिले के संध्या वान ग्राम में हुआ था उनके पिता का नाम किसान सिंह था जो एक किसान एवं बढ़ई विश्वकर्मा वंशज थे बचपन में ही इनकी माता चल बसी थी जिसके वजह से इनका लालन पालन पोषण इनकी मौसी ने किया जेल सिंह जी शुरू से ही पढ़ाई से ज्यादा लगाव नहीं था महामहिम अपने संघर्षों के कारण हमेशा जेलों में रहते थे जिन के कारण उनका नाम जैल सिंह पड़ गया उनके द्वारा हमेशा अंग्रेजी हुकूमत एवं सामंतवादी ताकतों का हमेशा विरोध किया गया अपने कर्तव्य निष्ठा के चलते पंजाब प्र...